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Monday 21 July 2014

किराना कारोबार, छोटे स्टोर्स के साथ बनें स्मार्ट बिजनेसमैन

यदि आप किराना कारोबार में मौका ढूंढ रहे हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। खुदरा व्यापार में एक खुदरा व्यापारी निर्माता या थोक व्यापारी के माध्यम से माल या उत्पाद खरीदता है, और फिर अंतिम उपयोगकर्ता को छोटी मात्रा में बेचता है। खुदरा प्रतिष्ठानों  को अक्सर दुकान या स्टोर कहा जाता है। खुदरा व्यापारी आपूर्ति श्रृंखला के अंत में होते हैं। दुकानें आवासीय सड़कों पर, बाजारू गलियों में या एक शॉपिंग मॉल में हो सकती है।दुनिया के कुछ भागों में, खुदरा व्यापार में अभी भी परिवार-संचालित छोटी दुकानों का वर्चस्व है।  
खुदरा को आमतौर पर उत्पादों के निम्नलिखित प्रकार के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है।
  •  खाद्य उत्पाद 
  • नरम वस्तुएं- वस्त्र, परिधान और अन्य कपड़े 
  • कठोर वस्तुएं- उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक सामान, फर्नीचर, खेल के सामान आदि 
आने वाले समय में छोटे एरिया में खोले जाने वाले स्टोर्स ज्यादा चलेंगे। कारोबारियों को दुकान के हरेक कोने का बेहतर ढंग से इस्तेमाल करना चाहिए, तभी उनका मुनाफा बढ़ सकेगा। भारत का प्रॉपर्टी बाजार काफी महंगा है। यहाँ के किराना कारोबारी दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले तकरीबन दोगुना रेंट देते हैं। ऐसे में किराना कारोबार के लिए छोटे और स्मार्ट फॉर्मेट की जरुरत है। हरेक स्क्वायर फीट का बेहतर ढंग से इस्तेमाल करना होगा, इससे उनका प्रॉफिट तेजी से बढ़ेगा। इसके अलावा रिटेलर्स को प्रोडक्ट्स रेंज पर काफी ध्यान देना चाहिए। उन्हें ऐसे प्रोडक्ट रखने चाहिए जिनसे अच्छा मार्जिन मिले। साथ ही स्टोर में ऐसे इक्विपमेंट्स लाने चाहिए जिससे प्रोडक्ट अच्छी तरह डिस्प्ले हो सके। 


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